बेवफा शायरी के साथ भावनाओं के दायरे में उतरें। इस संग्रह में मार्मिक छंदों के माध्यम से दिल टूटने का पता लगाएं, जहां शब्द प्यार के विश्वासघात की कड़वी यात्रा को दर्शाते हैं।”। ‘बेवफा शायरी’ के दायरे में भावनाओं की भूलभुलैया के माध्यम से एक काव्यात्मक यात्रा पर हमारे साथ जुड़ें।”और हमारे बेवफा शायरी दिल टूटने वाली फोटो एंड शायरी पढ़े।
बेवफा शायरी दिल टूटने वाली फोटो
तूने जब छोड़ दिया हमें बेसहारा,
फिर क्यों यादों में आज भी बसा है तेरा चेहरा।
तुझसे वफा की उम्मीद, हमसे ये भूल हो गई,
अब दर्द में जीने की आदत सी हो गई।
तेरे झूठे प्यार का अंजाम यही है,
कि आज भी तुझे याद करके दिल रोता है।
हमने कब माँगा है तुझसे तेरे प्यार का हिसाब,
बस एक ज़रा सा दिल था वो भी टूट गया।
कभी-कभी हम से कोई सवाल न करना,
कभी-कभी अपना भी कोई हाल न कहना।
कभी जो मेरे दिल के करीब था तू,
आज उसी ने बेवफा बनकर दूरियां बढ़ा दीं।
तेरे बिना अब ये दिल किसी और को नहीं चाहेगा,
तूने बेवफा बनकर इसे पत्थर बना दिया।
तेरी यादें अब भी दिल में बसे हैं,
पर तेरी बेवफाई ने हमें दर्द बना दिया
वो भी बदल गई जो कहती थी,
मैं सबके जैसी नही हू..!!!
दिवारे सुन लेती है चीखे मेरी,
बस कुछ अपने बहरे बने बैठे हैं..!!!
खुलकर रोने की भी आजादी ना मिली,
खुश रहने का इतना दबाव था हम्पर..!!!
दो आंखो में दो ही आसू,
एक तेरी वजह से, एक तेरी खातिर..!!!
Bewafa Shayari
मेरे पास तो सिर्फ तेरी फोटो है,
खुशनसीब तो वो है जिसके पास तू है..!!!
तुम खफा होकर देख लो,
लोग तुरंत बेवफा हो जायेंगे..!!!
मत करना इश्क, बहुत झमेले है,
हस्ते साथ ही है और रोते अकेले है..!!!
होठों पर हसी, आंखो में नमी है,
हर सांस कहती है बस तेरी कमी है..!!!
बिछड़ने की जल्दी थी उसे,
और सारे इल्जाम हमपर लगा दिए..!!!
इस पार हु या उस पार हु,
संभला हुआ हु या तार तार हू,
कुछ भी कहा नहीं जा सकता,
किसी काम का हु या बेकार हु..!!!
वो हर बार खतम होती रही,
मैं फिर भी पिता रहा,
वो हर कश में सांसे कम करती रही मैं फिर भी जीता रहा..!!!
आसान नहीं है मुझे पढ़ लेना,
लफ्जों की नही जज्बातों की किताब हू मैं..!!!
कैसे जिएंगे ऐसे ही कबतक,
तुम बदल गए, हमे भी बदल दो..!!!
यूं तो जख्मों का आदि हूं मैं,
पर तूने जो वार किया कबीले तारीफ था..!!!
मैं अपनी कहानी में तुम्हे,
अपनी जिंदगी की आखिरी खुशी लिखूंगा..!!!
पहले हम लोगो से मिलते नही थे,
फिर हम लोगो में मिलकर रह गए..!!!
किसी में इतना उलझ गया हु मै,
के अब खुद को ढूंढ पाना मुस्किल है..!!!
बदलते तो सिर्फ प्रेमी है,
प्रेम तो हमेशा प्रेम रहता है..!!!
हमदर्दियां ज़हर हैं मेरे लिए,
मुझे उजाड़ा है इन्ही हमदर्दियों ने..!!!
कुछ बाते और कुछ यादें,
अक्सर नींद उड़ा देती है..!!!
इश्क भी एक अजीब बीमारी है,
ज़िन्दगी हमारी है, पर तलब तुम्हारी है..!!!
वफा करने वाला बरबाद हो गया,
ओ बेवफाई करने वाले तू आबाद रहे..!!!
तेरे आने की क्या उम्मीद मगर,
कैसे केहदू की इंतजार नही…!!!
रात क्या होती है हमसे पूछिए,
आप तो सोए सवेरा हो गया..!!!
सबसे अच्छी Bewafa Shayari कौनसी है?
हमे वफा की आस उनसे रही,
जो बेवफाई करने वाले थे..!!!
खतरनाक बेवफाई शायरी
हम से क्या हो सका मोहब्बत में
ख़ैर तुम ने तो बेवफ़ाई कीकुछ तो मजबूरियाँ रही होंगीयूँ कोई बेवफ़ा नहीं होता
तुम किसी के भी हो नहीं सकते
तुम को अपना बना के देख लियाअमीर रज़ा मज़हरी
जो मिला उस ने बेवफ़ाई की
कुछ अजब रंग है ज़माने कामुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी
तुम ने तो सिर्फ़ बेवफ़ाई की
ख़लील-उर-रहमान आज़मी
जाओ भी क्या करोगे मेहर-ओ-वफ़ा
बार-हा आज़मा के देख लिया
गिला लिखूँ मैं अगर तेरी बेवफ़ाई का
लहू में ग़र्क़ सफ़ीना हो आश्नाई का
वही तो मरकज़ी किरदार है कहानी का
उसी पे ख़त्म है तासीर बेवफ़ाई की
अब ज़माना है बेवफ़ाई का
सीख लें हम भी ये हुनर शायदअमीता परसुराम मीता
तुम जफ़ा पर भी तो नहीं क़ाएम
हम वफ़ा उम्र भर करें क्यूँ-कर
अधूरी वफ़ाओं से उम्मीद रखना
हमारे भी दिल की अजब सादगी हैअमीता परसुराम मीता
खतरनाक बेवफाई शायरी 2 line
बेवफा शायरी के साथ भावनाओं के दायरे में उतरें। इस संग्रह में मार्मिक छंदों के माध्यम से दिल टूटने का पता लगाएं, जहां शब्द प्यार के विश्वासघात की कड़वी यात्रा को दर्शाते हैं।”। ‘बेवफा शायरी’ के दायरे में भावनाओं की भूलभुलैया के माध्यम से एक काव्यात्मक यात्रा पर हमारे साथ जुड़ें।”
क्यों महसूस नहीं होती उसे
मेरी तकलीफ जो कहती थी
अच्छे से जानती हूं तुम्हे..!
आंखें बहुत कुछ कहती हैं
बस कोई समझा ही नहीं.!
मैं तो तुम्हें किस्मत से भी
छीन लाता बस एक बार तूने
ये कहा तो होता कि मैं तेरी हूं.!
“जो भी मिले खिलाड़ी ही निकले
कोई दिल से खेल गया तो कोई जिंदगी से
उसका बेवफ़ा हो जाना भी,
लाज़मी था यार,
हमने मोहब्बत जो उनसे,
बेइंतिहा की थी..!
अपना बनाकर फिर कुछ दिनो मे
बेगाना बना दिया भर गया दिल
हमसे और मजबूरी का बहाना बना दिया.!
नहीं करना अपने दर्द का कोई
दिखावा मुझे बस अब अकेले
रो लेंगे और रो के सो लेंगे.!
तेरी खुशियों के बीच अब हम
नहीं आएंगे तुझे बिना बताए
तेरी दुनिया से दूर चले जाएंगे.!
मोहब्बत में अक्सर ऐसा ही होता है
बेवफाई करने वाले हंसते हैं और
वफा करने वाले रोते हैं..!
इंतजार तो प्यार में सिर्फ वही
कर सकता है, जिसने प्यार
तेरी बेवफाई का गम तो नहीं,
मगर तू बेवफा है दुःख ये भी
कम नहीं.!
हर भूल तेरी माफ़ की, तेरी
हर खता को भुला दिया गम
है कि मेरे प्यार का, तूने
बेवफाई सिला दिया.!
तुम समझे ही नहीं मेरी चाहत
को वरना तुम भी रो देते मुझे
पाने के लिए..!
वो अक्सर मुझसे पूछते थे की तुम
कभी मुझे छोड कर तो नहीं जाओगे
अफसोस इस बात का है की काश
हमने भी ये सवाल उनसे पूछा होता.!
अब अकेले रहना सीख लिया है
मैने पता नही कोन कब छोड़ दे..!
तुम बदले तो मजबूरियाँ थी,
हम बदले तो बेवफ़ा हो गए.!
दिल भी गुस्ताख हो चला था बहुत,
शुक्र है की यार ही बेवफा निकला.!
बेवफा लोगों को मुझसे बेहतर और कौन
जान सकता है,
मैं तो वो दीवाना हूँ जिसने किसी
की नफ़रत से भी मोहब्बत की है.!
बहुत ही अजीब लड़की थी वो यार,
पहले मेरी ज़िन्दगी बदली फिर खुद ही
बदल गयी.!
रो पड़ा वो फकीर भी मेरे
हाथों की लकीरें देखकर,
बोला तुझे मौत नही किसी
की याद मारेगी.!
दर्द भरी बेवफा शायरी इन हिंदी
सिर्फ एक ही बात सीखी इन
हुसन वालों से हमने,
हसीन जिसकी जितनी अदा
है वो उतना ही बेवफा है.!
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